मार्गदर्शन |
margdarshan |
152 |
- प्रेरणा स्त्रोत स्पष्टीकरण करने वाला।
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मित्र |
mitra |
152 |
- अनन्यतापूर्वक अभ्युदय समाधान समृद्धि में, से, के लिए परस्पर पूरक उपयोगी होना रहना।
- जिसमें बैर का अभाव हो।
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मिलन |
milan |
152 |
- परस्पर गुणात्मक विकास का अथवा प्रखरता का स्वीकृति और संयुक्त प्रमाण।
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मिश्र कर्म |
mishra karm |
152 |
- मनुष्य के लिए आवश्यकीय एवं अनावश्यकीय का क्रियान्वयन।
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मिश्रण |
mishran |
152 |
- तात्विक वस्तुयें अपने-अपने स्वरूप में आचरण में रहते हुए सहवास विधि से होना।
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मीठा |
meetha |
153 |
- निश्चित रसायन द्रव्य और जिव्हा तंत्र (ज्ञानवाही क्रियावाही) के योग फल में स्वीकृति।
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मीमांसा |
mimansa |
153 |
- सूत्र व्याख्या पूर्वक किया गया सत्य सहज अभिव्यक्ति संप्रेषणा।
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मुक्त |
mukta |
153 |
- भूत और भविष्य की पीड़ा न होने एवं वर्तमान में विरोध न होना।
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मुक्ति |
mukti |
153 |
- भयमुक्ति, बंधन मुक्ति, भ्रम मुक्ति, वासना, विषय एवं ऐषणा से मुक्ति।
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मुखरण |
mukharan |
153 |
- समझा हुआ प्रमाणों को समझा पाना, किया हुआ को करा पाना, सीखे हुए को सीखा पाना जागृति सहज प्रमाण सहित व्यक्त होना संप्रेषित होना।
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मुख्य |
mukhya |
153 |
- मूल रूप में होना, स्पष्ट रहना प्रमाणित रहना।
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मुख्य राज्य परिवार सभा |
mukhya rajya parivar sabha |
153 |
- दस मण्डल समूह परिवार सभा में से निर्वाचित दस जन प्रतिनिधि का गठन पाँच आयामी व्यवस्था सहज कार्यकलाप, पाँच समितियों के साथ व्यवस्था सहज कार्यक्रम।
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मुग्धता |
mugdhata |
153 |
- अज्ञानवश अधिमूल्यन क्रिया।
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मुद्रा |
mudra |
153 |
- एक से अधिक अंगों का संयुक्त प्रकाशन।
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मूल इकाई |
mul ikai |
153 |
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मूलचेष्टा |
mulcheshta |
153 |
- सत्ता में सम्पृक्तता, ऊर्जा संपन्नता, ज्ञान संपन्नता।
- वातावरण के दबाव से मुक्त परमाणु की क्रिया।
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मूल पूंजी |
mul punji |
153 |
- तन मन का संयुक्त रुप में निपुणता, कुशलता, पाण्डित्य सहित नियोजित होने वाला श्रम।
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मूल्य |
mulya |
153 |
- जीवन मूल्य, मानव मूल्य, स्थापित मूल्य, शिष्ट मूल्य, उपयोगिता मूल्य व कला मूल्य का प्रमाण परंपरा।
- प्रत्येक इकाई में निहित मौलिकता ही मूल्य है।
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मूल्य प्रधान |
mulya pradhan |
153 |
- मानव संबंध, सार्वभौम व्यवस्था संबंध परम्परा ही मूल्य प्रधान परम्परा है।
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मूल्य मूलक प्रवर्तन |
mulya mulak pravartan |
153 |
- स्वभाव धर्म मूलक पद्धति, प्रणाली, नीति सहज कार्य व्यवहार विन्यास।
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