अर्थशास्त्र

by A Nagraj

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  • मानवीय आचरण के रूप में वर्तमान में प्रकाशित होगा।

कार्य क्षेत्र :-

  • ग्राम सभा का कार्य 100 परिवारों के साथ होगा। उसका भू-क्षेत्र, ग्राम सीमा तक होगा। ग्राम सीमावर्ती क्षेत्र की समस्त भूमि, वन सम्पदा, खनिज, जल स्त्रोत व अन्य सम्पदाएं ग्राम सभा के अधिकार क्षेत्र में होंगी।
  • ग्राम सभा, सामान्यतः ग्राम के सभी परिवारों का प्रतिनिधित्व करेंगी।

कार्यकाल :-

ग्राम सभा 4 वर्ष के लिए निर्वाचित होंगी। हर चार वर्ष बाद परिवार व “परिवार समूह सभा” को अपने-अपने प्रतिनिधि को फिर से निर्वाचित करने का अधिकार होगा। हर ‘परिवार समूह सभा’ के दस सदस्यों को ग्राम सभा में फिर से नए सदस्यों को चुनने का अधिकार होगा।

कार्य शैली :-

प्रत्येक ग्राम सभा, “ग्राम स्वराज्य व्यवस्था” को स्थापित करने के लिए निम्न 5 समितियों का गठन करेगी:-

  • मानवीय शिक्षा-संस्कार समिति
  • उत्पादन-कार्य व सलाहकार समिति
  • लाभ-हानि मुक्त सहकारी विनिमय-कोष समिति
  • स्वास्थ्य-संयम समिति
  • मानवीय न्याय-सुरक्षा समिति

उपर्युक्त समितियाँ ग्राम सभा के मार्गदर्शन के आधार पर कार्य करेंगी। उपरोक्त समितियाँ क्रम से ग्राम में शिक्षा-संस्कार व्यवस्था, उत्पादन-कार्य व्यवस्था, विनिमय-कोष व्यवस्था, स्वास्थ्य-संयम व्यवस्था व न्याय सुरक्षा व्यवस्था को स्थापित करेंगी। उपरोक्त समिति के सदस्यों का मनोनयन ग्राम सभा करेगी। प्रत्येक मनोनीत सदस्य इन समितियों का अंशकालिक सदस्य होगा व वह अपनी समिति का कर्तव्य एवं