विस्मृत |
vismrit |
174 |
- अनावश्यकता का अस्वीकार होना, भूलना, याद न होना।
|
View
|
विश्लेषण |
vishleshan |
174 |
- अनेक प्रकार व अनेक कोणों से परीक्षण किया गया का सत्यापन।
- वस्तु स्थिति एवं वस्तुगत सत्यता का उद्घाटन।
|
View
|
विश्लेषित |
vishleshit |
174 |
- स्पष्ट किया गया। अनेक कोण दिशा परिप्रेक्ष्य से स्पष्ट करना।
|
View
|
विश्व राज्य परिवार सभा |
vishv rajya parivar sabha |
175 |
- दश सोपानीय परिवार मूलक स्वराज्य व्यवस्था क्रम में दसवें सोपान में विश्व राज्यसभा है। यह दस अथवा वर्तमान में प्रमाणित प्रधान राज्य सभाओं के सदस्यों में से एक-एक सदस्य का निर्वाचन और ऐसे सभी दस सदस्यों का गठन विश्व राज्य परिवार सभा है। पाँच समिति कार्य आचरण से वैभवित होना सार्वभौम व्यवस्था को अखण्ड समाज वैभव को प्रमाणित करना।
|
View
|
विश्वस्त |
vishvast |
175 |
- वर्तमान में विश्वास, तन, मन, धन रूपी अर्थ की सुरक्षा सदुपयोग के अर्थ में।
|
View
|
विश्वास |
vishvas |
175 |
- व्यवस्था में समझ, समाधान की अभिव्यक्ति और सम्प्रेषणा।
- संबंधों में मूल्य निर्वाह निरंतरता।
- यथार्थ जानकारी के पश्चात् उसके प्रति उत्पन्न द़ृढ़ता की विश्वास संज्ञा है।
|
View
|
विश्वासघात |
vishvasghat |
175 |
- अप्रत्याशित एवं अनावश्यक प्रस्तुति, छल, कपट, दंभ, पाखंड।
- जिससे जिस क्रिया की अपेक्षा है उसके द्वारा तदनुसार आचरण न किया जाना ही विश्वासघात है।
|
View
|
विशाल |
vishal |
175 |
- फैल जाना, सभी ओर पहचान होना।
|
View
|
विशिष्टता |
vishishtata |
175 |
- प्रतिभा और व्यक्तित्व के एकरूपता पर पूर्ण अधिकार।
|
View
|
विशिष्ट ज्ञान |
vishisht gyan |
175 |
- दिव्य मानवीयतावूर्ण ज्ञान व प्रमाण।
|
View
|
विशेष ज्ञान |
vishesh gyan |
175 |
|
View
|
विशद्-विश्लेषण |
vishad-vishleshan |
175 |
- अध्ययन पूर्वक बोध होने योग्य विश्लेषण।
|
View
|
विषम |
visham |
175 |
- विसर्जन क्रिया में सहायक गुण।
- प्रलयवादी गुणों की “विषम” संज्ञा है।
|
View
|
विषम आवेश |
visham aavesh |
175 |
- बाह्य हस्तक्षेप से प्रभावित गति जो अस्वीकृत होने की क्रिया है।
|
View
|
विषमता |
vishamata |
175 |
- विकासक्रम व जागृति विरोधी, रचना विरोधी, विकास विरोधी फल परिणाम।
|
View
|
विषय |
vishay |
175 |
- ना समझ में आना, न प्रमाणित होना, न वस्तु।
- इन्द्रिय सन्निकर्षात्मक कार्यकलाप।
|
View
|
विषय चतुष्टय |
vishay chatushtay |
176 |
|
View
|
विषयान्वेषण |
vishayanveshan |
176 |
- चार विषयों में प्रसक्त होने के लिए जानकारी हेतु प्रयास।
|
View
|
विषाद |
vishad |
176 |
- संकट, व्यवस्था सहज गति विरोध, अपेक्षा से विपरीत, अप्रत्याशित घटना दुर्घटना एवं अव्यवस्था का अस्वीकृति, पीड़ा।
|
View
|
विहार |
vihaar |
176 |
- श्रम हरणार्थ की गयी मानवीय प्रक्रिया ही विहार है।
|
View
|