व्यवहार दर्शन* (Raw)
by A Nagraj
बहन, उन्नति
बहन ः- एकोदरीय (एक पेट से पैदा होने वाली) अथवा एकोदरवत् बहनें होती हैं ।
उन्नति ः- समृद्धि प्रधान समाधान सहज अपेक्षा, प्रक्रिया व प्रमाण ।
ः- जागृति और उसकी निरन्तरता की और गति ।
स्वीकृति, स्वागत
स्वीकृति ः- अनुभव मूलक प्रभाव में इंगित होने वाले सम्पूर्ण संकेतों को यथावत् परावर्तन में प्रमाणित करने की क्रिया ।
स्वागत ः- अवधारणा अनुभव के लिए स्वीकृत क्रिया
ः- नियम, न्याय, समाधान, सत्य सहज स्वीकृतियों, के लिए तैयारियाँ ।
ः- विवेक व विज्ञान सम्मत मानसिक, वैचारिक और ऐच्छिक तैयारियाँ ।
रुचि, पहचान
रुचि ः- रासायनिक द्रव्यों से रचित रचनात्मक व्यवस्था में अनुकूल भौतिक रासायनिक वस्तुओं के संयोग से योग में प्राप्त परिणामों की पहचान ।
पहचान ः- इन्द्रिय सन्निकर्ष में चरितार्थता आवश्यक अथवा अनिवार्य तत्व ।
ः- वस्तुओं का योग संयोग से प्राप्त कुल परिणाम की स्वीकृति ।
सुख, स्फूर्ति
सुख ः- समाधान
स्फूर्ति ः- समाधान सहज प्रमाणों में, से, के लिए प्रवृत्ति ।
पति-पत्नि, यतीत्व-सतीत्व
यतीत्व ः- यत्न (प्रयोग) पूर्वक तरने के लिए, जागृति निर्भ्रमता और जागृति सहज निरंतरता के लिए किया गया सम्पूर्ण कार्य-व्यवहार; निर्भ्रमता सहित की गई प्रक्रिया एवं प्रयास । यत्न अर्थात् शोधपूर्वक समझना ही तरना ।
सतीत्व ः- सत्व (संकल्प) पूर्वक तरने, जागृत होने के लिए किया गया कार्य-व्यवहार, समझ, प्रक्रिया समुच्चय; भ्रम मुक्ति । सत्व अर्थात् संकल्प निष्ठापूर्वक समझना ही तरना ।
माता, पोषण
पोषण :- इकाई + अनुकूल इकाई ।