व्यवहार दर्शन* (Raw)

by A Nagraj

Back to Books
Page 154

बहन, उन्नति

बहन ः- एकोदरीय (एक पेट से पैदा होने वाली) अथवा एकोदरवत् बहनें होती हैं ।

उन्नति ः- समृद्धि प्रधान समाधान सहज अपेक्षा, प्रक्रिया व प्रमाण ।

ः- जागृति और उसकी निरन्तरता की और गति ।

स्वीकृति, स्वागत

स्वीकृति ः- अनुभव मूलक प्रभाव में इंगित होने वाले सम्पूर्ण संकेतों को यथावत् परावर्तन में प्रमाणित करने की क्रिया ।

स्वागत ः- अवधारणा अनुभव के लिए स्वीकृत क्रिया

ः- नियम, न्याय, समाधान, सत्य सहज स्वीकृतियों, के लिए तैयारियाँ ।

ः- विवेक व विज्ञान सम्मत मानसिक, वैचारिक और ऐच्छिक तैयारियाँ ।

रुचि, पहचान

रुचि ः- रासायनिक द्रव्यों से रचित रचनात्मक व्यवस्था में अनुकूल भौतिक रासायनिक वस्तुओं के संयोग से योग में प्राप्त परिणामों की पहचान ।

पहचान ः- इन्द्रिय सन्निकर्ष में चरितार्थता आवश्यक अथवा अनिवार्य तत्व ।

ः- वस्तुओं का योग संयोग से प्राप्त कुल परिणाम की स्वीकृति ।

सुख, स्फूर्ति

सुख ः- समाधान

स्फूर्ति ः- समाधान सहज प्रमाणों में, से, के लिए प्रवृत्ति ।

पति-पत्नि, यतीत्व-सतीत्व

यतीत्व ः- यत्न (प्रयोग) पूर्वक तरने के लिए, जागृति निर्भ्रमता और जागृति सहज निरंतरता के लिए किया गया सम्पूर्ण कार्य-व्यवहार; निर्भ्रमता सहित की गई प्रक्रिया एवं प्रयास । यत्न अर्थात् शोधपूर्वक समझना ही तरना ।

सतीत्व ः- सत्व (संकल्प) पूर्वक तरने, जागृत होने के लिए किया गया कार्य-व्यवहार, समझ, प्रक्रिया समुच्चय; भ्रम मुक्ति । सत्व अर्थात् संकल्प निष्ठापूर्वक समझना ही तरना ।

माता, पोषण

पोषण :- इकाई + अनुकूल इकाई ।