अर्थशास्त्र

by A Nagraj

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विश्लेषण का स्वरूप वस्तु सहज व्याख्या ही है। क्योंकि सम्पूर्ण वस्तुएं अपने स्वरूप में विद्यमान है, वर्तमान हैं और व्यवस्था के अर्थ में वैभव है यथा जल, वायु, वन, खनिज धरती में सहज ही देखने को मिल रहा है। वनों में वन्य प्राणी, वन्य जीव और इस धरती में मानव कुल को हम पाते हैं। मानव परंपरा भी अपने आदिम स्वरूप से आज तक झेलता हुआ परंपरा के रूप में मूल्यांकित है। वन्य जीवन भी परंपरा के रूप में ही दिखते हैं। वन-वनस्पति और अन्न समुदाय भी परम्परा के रूप में हैं। ये सभी परम्पराएं अर्थात् मानवेत्तर सभी परम्पराएं अपने नियमों से निबद्ध और व्यवस्था के रूप में होना पाया जाता है। मानव ही अपने व्यवस्था को पहचानना एक आवश्यकता के रूप में रहा है और परिवार मूलक स्वराज्य व्यवस्था के रूप में होना अनिवार्य है। इस प्रकार विश्लेषणों का स्वरूप स्पष्ट है, कार्य रूप अपने आप में व्यवस्था के रूप में होना स्पष्ट हैं।

संबंध सूत्रों को मानव जागृति पूर्वक विकास संबंध, रचना संबंध, जीवन संबंध, जागृति संबंध के रूप में देखने को मिलता है। यह भी पहले स्पष्ट हो चुका है परमाणु में विकास का संबंध परमाणु अंशों के परस्परता में होना देखा गया है। क्योंकि हर परमाणु निश्चित परमाणु अंशों की संख्या के साथ ही अपने वैभव को व्यवस्था के अर्थ में स्थापित कर पाता है। इसी क्रम में गठनपूर्ण परमाणु (चैतन्य इकाई) जीवन पद में अपने को स्पष्ट करता है। विकास का चरमोत्कर्ष बिन्दु गठनपूर्णता ही है।

प्रत्येक परमाणु अपने भार बंधनवश अणुबंधनपूर्वक रचनाओं को प्रमाणित किया उसमें से एक रचना यह धरती है। इसी धरती में प्राणावस्था के वनस्पति संसार, जीवावस्था के जीव संसार, ज्ञानावस्था के मानव परंपरा का शरीर रचना और पदार्थावस्था में रासायनिक-भौतिक रचनाएं हमें दिखती हैं। रासायनिक-भौतिक रचना रूपी जीव शरीरों द्वारा वंशानुषंगीय विधि से व्यवस्था को जीवन ही प्रमाणित करता है और मानव संस्कारानुषंगीय (समझदारीपूर्ण) विधि से अपने व्यवस्था के रूप में प्रमाणित करने का प्रयास जारी है। इन्हीं प्रयास क्रम में मानव परिवार मूलक स्वराज्य विधि से व्यवस्था में भागीदार होने का स्वरूप स्पष्ट हो गया है। अतएव प्रत्येक रचना और प्रत्येक जीवन अपने में व्यवस्था और समग्र व्यवस्था में भागीदार होने का तथ्य स्पष्ट होता है। यह सहअस्तित्व विधि से ही सार्थक होता हुआ प्रमाणित है। मानव भी सहअस्तित्व विधि से