अर्थशास्त्र

by A Nagraj

Back to Books
Page 176
  • स्थानीय रूप से खरीदने वाली वस्तुओं क्रय-मूल्य, उसके विक्रय मूल्य के आधार पर और ग्राम वासियों के लिए बाह्य बाजारों से क्रय किया गया वस्तुओं का मूल्यांकन (क्रय मूल्य के आधार पर)
  • साधन प्रबंधो का मूल्यांकन।

शिक्षा-संस्कार समिति के कार्यों का मूल्यांकन :-

“ग्राम सभा” ग्राम के प्रत्येक व्यक्ति व परिवार में “शिक्षा-संस्कार समिति” के कार्यों का मूल्यांकन निम्न आधारों पर करेगी :-

  • संबंधों और मूल्यों की पहचान और निर्वाह, मानवीयता पूर्ण व्यवहार का मूल्यांकन।
  • स्वयं के प्रति विश्वास व श्रेष्ठता के प्रति सम्मान क्रिया का मूल्यांकन।
  • मानवीय आचरण (स्व धन, स्वनारी/स्वपुरूष, दया पूर्ण कार्य) का मूल्यांकन।
  • ग्राम जीवन व परिवार व्यवस्था में विश्वास व निष्ठापूर्ण आचरण का मूल्यांकन।
  • ग्राम व्यवस्था व ग्राम जीवन में भागीदारी का मूल्यांकन।
  • प्रत्येक व्यक्ति व परिवार से किया गया तन, मन व धन रूपी अर्थ की सदुपयोगिता का एवं सुरक्षा का मूल्यांकन।
  • मानव स्वयं व्यवस्था के रूप में संप्रेषित, अभिव्यक्त, प्रकाशित होने व समग्र व्यवस्था में भागीदार होने व उसकी संभावना का मूल्यांकन।
  • किसी व्यक्ति में बुरी आदत हो तो उसके, उससे (बुरी आदत से) मुक्त होने के आधार पर मूल्यांकन।

न्याय-सुरक्षा समिति का मूल्यांकन :-

“न्याय-सुरक्षा समिति” का मूल्यांकन निम्न आधारों पर होगा :-

  • आचरण में न्याय सुलभता का मूल्यांकन।
  • व्यवहार में न्याय सुलभता का मूल्यांकन।
  • उत्पादन में न्याय सुलभता का मूल्यांकन।

विनिमय में न्याय सुलभता का मूल्यांकन।