अर्थशास्त्र
by A Nagraj
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अध्याय - 9
परिवार मूलक स्वराज्य व्यवस्था योजना
- स्वराज्य व्यवस्था के लिए पूर्व तत्परता एवं आंकलन
- स्वराज्य सभा
- शिक्षा-संस्कार व्यवस्था
- उत्पादन-कार्य व्यवस्था
- स्वायत्त सहकारी विनिमय-कोष व्यवस्था
- स्वास्थ्य-संयम व्यवस्था
- न्याय-सुरक्षा व्यवस्था
- मूल्यांकन, प्रोत्साहन नियंत्रण प्रक्रिया
स्वराज्य व्यवस्था के लिए पूर्व तत्परता एवं आंकलन
ग्राम स्वराज्य व्यवस्था को आरंभ करने के पूर्व यह आवश्यक है कि उस ग्राम के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर ली जाय। इस जानकारी, सर्वेक्षण एवं आंकलन के आधार पर ग्राम स्वराज्य व्यवस्था की विस्तृत योजना बनायी जाये। जानकारी का प्रकार निम्न होगा :-
- ग्राम का नाम, जिला, पोस्ट ऑफिस, पिन कोड, प्रान्त, स्थानीय तापमान, वर्षा।
- गाँव की जनसंख्या, आयु, वर्ग, स्त्री, पुरूष, बच्चे, लड़का, लड़की के आधार पर।
- प्राप्त शैक्षणिक स्थितियों, योग्यताओं का आंकलन 10 वर्ष से 18 वर्ष, 19 वर्ष से 30 वर्ष और 30 वर्ष से ऊपर कितने साक्षर हैं, कितने नहीं। कहाँ तक पढ़े हैं?
कितने लोग उत्पादन, नौकरी, मजदूरी, ग्राम शिल्प, हस्त कला, कुटीर उद्योग, ग्रामोद्योग में कार्य कर रहे हैं। कितने लोग बेरोजगार हैं।