मानवीय संविधान

by A Nagraj

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समाधान :- सार्वभौमता के अर्थ में सूत्र व्याख्या।

न्याय :- संबंधों के अर्थ में सूत्र व्याख्या।

सत्य :- अनुभव प्रमाण सहज सूत्र व्याख्या, परंपरा सहज समाज गति के अर्थ में प्रमाण वर्तमान होने का घोषणा।

जागृति सहज प्रमाण परंपरा सुलभ होने का घोषणा :-

अनुभव प्रमाण परम प्रमाणों में

प्रमाणित करने कराने करने के लिए - संकल्प प्रमाणित करने

सहमत होने सहज बोधपूर्ण का परंपरा वर्तमान प्रवृत्ति

प्रमाण सहज चिंतन साक्षात्कार - चित्रण प्रमाणित करने का

परंपरा वर्तमान स्वरूप

प्रमाण सहज तुलन - विश्लेषण प्रमाणित करने का

परंपरा वर्तमान स्वरूप निर्णय

प्रमाण सहज मूल्यों का आस्वादन - संबंधों का चयन प्रमाणित करने के लिए

परंपरा वर्तमान चयन सहित निर्वाह प्रमाण

समझा सोचा हुआ प्रमाण - समझाने में प्रमाण परंपरा

सीखा हुआ प्रमाण - सिखाने में प्रमाण परंपरा

किया हुआ प्रमाण - कराने में प्रमाण परंपरा

जीने देने में प्रमाण - जीने में प्रमाण परंपरा

पशुपालन, ऊर्जा संतुलन, वनवर्धन, वृक्षारोपण, वन्य पशु नियंत्रण-संतुलन सहज घोषणा

वन-वनस्पति, औषधियों का संरक्षण, संवर्धन, ऋतु संतुलनकारी कार्यक्रम, सफलता में, से, के लिए आंकलन घोषणा