मानवीय संविधान
by A Nagraj
जावेगा। यह कार्य ग्राम स्वराज्य सभा द्वारा संचालित किया जाएगा। कोष में प्रत्येक सदस्य की न्यूनतम वस्तु हमेशा जमा रहेगी ताकि कोष का कार्य सुचारू रूप से चलाया जा सके। जिसकी राशि नहीं होगी उसे कोष, ब्याज रहित ऋण देगा। जिसे वह सदस्य वस्तु का उत्पादन कर कालान्तर में कोष को लौटा देगा।
यह पद्धति हर ग्राम-मोहल्ला परिवार सभा में समान रूप से वर्तमान रहेगा।
7.4 (2) दायित्व
जिन सदस्यों ने न्यूनतम से अधिक राशि खाते में रखी है, उनकी सहमति से, विनिमय कार्य के लिए आवश्यकता पड़ने पर, विनिमय कोष, उस राशि का उपयोग करेगा व अन्य राष्ट्रीय कृत बैंक से जो ब्याज मिलता है वह उनको देगा। यह विधि तब तक रहेगी, जब तक बैंक विनिमय प्रणाली अलग-अलग रहेगी।
गाँव से सभी प्रकार की कर वसूली का दायित्व विनिमय कोष का होगा। कर निर्धारण का कार्य ग्राम सभा करेगी।
उपरोक्त बैंक का गारन्टीदार राष्ट्रीय कृत सहकारी बैंक होगा जो आरंभ से उसे कार्यशील पूंजी व अन्य ऋण देगा, हानि की भरपाई करेगा। विनिमय कोष ही आगे अपने सदस्यों को ऋण देगा वह उत्पादित वस्तुओं के रूप में विनिमय बैंक का ऋण लौटा देगा।
विनिमय कोष शनै:-शनै: सरकारी बैंक से ली गई पूंजी को लौटाता रहेगा। इस तरह सरकारी बैंक के रूपये का ज्यादातर उपयोग होगा।
7.4 (3) विनिमय कोष कार्य समिति
आरंभ में ही मानवीय शिक्षा संस्कार सम्पन्न व्यक्ति विनिमय कोष को चलावेंगे। बाद में स्थानीय व्यक्ति जब व्यवहार शिक्षा व व्यवसाय शिक्षा में पारंगत हो जावेंगे तब वह उस बैंक को चलावेंगे।
सौ परिवार समूह के गाँव के लिए कम से कम तीन व्यक्ति विनिमय कोष को चलावेंगे। इसमें से एक व्यक्ति गाँव में उत्पादित वस्तुओं को अन्य बाजार में बेचेगा व अन्य बाजारों से आवश्यकीय वस्तुओं का क्रय कर विनिमय कोष में लाएगा। दूसरा व्यक्ति लेखा-जोखा व खातों की देख-रेख करेगा। तीसरा व्यक्ति सामान का विनिमय करेगा व