समूह |
samuh |
191 |
- एक ही उद्देश्य व जाति की इकाईयों का एकत्रीकरण।
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समृद्धि |
samriddhi |
191 |
- आवश्यकता से अधिक उत्पादन, उपभोग कम, अभाव का अभाव।
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सम्पादित |
sampadit |
191 |
- पूर्णता के अर्थ में पाया गया प्रतिपादन प्राप्तियाँ।
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सम्भाषण |
sambhashan |
191 |
- पूर्णता के अर्थ में परस्पर सुनना सुनाना।
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सम्मत |
sammat |
191 |
- प्रमाणित होने के लिए सहमति सम्मति।
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सम्मति |
sammati |
191 |
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सम्मान |
samman |
191 |
- व्यक्तिगत प्रतिभा की, श्रेष्ठता की स्वीकृति-निरंतरता।
- व्यक्तित्व व प्रतिभा की स्वीकृति और उसका प्रकाशन।
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सम्मुख |
sammukh |
192 |
- आमने-सामने, परस्पर सामने।
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सम्मेलन |
sammelan |
192 |
- पूर्णता के अर्थ में मिलन।
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सम्यक |
samyak |
192 |
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सम्यकता |
samyakta |
192 |
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सम्यक व्यवस्था |
samyak vyavastha |
192 |
- पूर्णता के अर्थ में की गई व्यवस्था, क्रिया पूर्णता, आचरण पूर्णता।
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सरलता |
saralta |
192 |
- सत्य सहज प्रस्तुतिकरण।
- ग्रंथि एवं तनाव रहित अंगहार।
- आडंबर विहीन, दिखावा रहित व्यवहार, अभिमान विहीन।
- अन्यों में श्रेष्ठता की पहचान।
- कायिक, वाचिक, मानसिक रूप में नियमों का वचन पूर्वक प्रमाणित करना।
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सर्वकालीन |
sarvakaalin |
192 |
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सर्वजन |
sarvajan |
192 |
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सर्वत्र |
sarvatra |
192 |
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सर्वतोमुखी |
sarvatomukhi |
192 |
- सभी आयाम, कोण, दिशा, परिप्रेक्ष्य में।
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सर्वथा |
sarvatha |
192 |
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सर्वमंगल |
sarvamangal |
192 |
- मनुष्य के चारों आयाम (विचार, व्यवहार, व्यवसाय, अनुभव) तथा पाँचों स्थितियों (व्यक्ति, परिवार, समाज, राष्ट्र, अंतर्राष्ट्र) में एक सूत्रता तथा निर्विषमता।
- सर्वतोमुखी समाधान संपन्नता, व्यवस्था में भागीदारी।
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सर्ववांछा |
sarvavanchha |
192 |
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