जानना (janna)
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- Paribhashas:
- निपुणता, कुशलता, पाण्डित्य, समझ।
- द़ृष्टा पद प्रकाश में वस्तु व मौलिकता जैसी है, वैसा ही स्वीकारना।
- जो स्थिति, गति व क्रिया जैसी है उसे वैसे ही स्वीकारना।
- रचना और विरचना जैसी है, उसे वैसे ही स्वीकारना।
- बोध होना, अनुभव होना, प्रमाणित होना।