अनन्त (anant)
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- Paribhashas:
- संख्याकरण क्रिया से वस्तुऐं अधिक होना संख्या में, अग्राह्य होना या स्थिति में अगणित रूपात्मक अस्तित्व ।
- गणितीय प्रक्रिया में आवश्यकता से अधिक (कम या) धन-ऋण की स्थिति में पाया जाने वाला रूपात्मक अस्तित्व-उक्त दोनों स्थितियों में गणना कार्य अपने को अपूर्ण पाता है।
- मानव में, से, के लिए सहअस्तित्व में समझने, चाहने, करने, उपयोग, सदुपयोग प्रयोजनकारी आवश्यकता से अधिक संख्या मात्रा व गुणों के रूप में वस्तुऐं वर्तमान है।