क्रिया (kriya)
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- Paribhashas:
- श्रम गति परिणाम के रूप में जड़-चैतन्य प्रकृति सहज प्रमाण; गठनपूर्णता, क्रियापूर्णता, आचरणपूर्णता के रूप में चैतन्य प्रकृति में प्रमाण जागृत जीवन के रूप में।
- श्रम + गति + परिणाम का अविभाज्य वर्तमान।
- स्थिति एवं गति का संयुक्त रूप में वर्तमान।