आवर्तनशीलता (aavartanshilta)
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- Paribhashas:
- जागृत मानव विकसित चेतना विधि से ही पदार्थ, प्राण और जीवावस्था के साथ उपयोगिता पूरकता सहज प्रमाण।
- अन्य तीनों अवस्थाएं अपने-अपने यथास्थिति में उपयोगी, अग्रिम अवस्था के लिए पूरक होना ही आवर्तनशीलता है।