आचरण पूर्णता (aacharan purnata)
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- Paribhashas:
- दिव्य मानव प्रतिष्ठा-दिव्य मानवीयता।
- जीवन मुक्त (भ्रम मुक्त जीवन) सजगता, सहजता, कैवल्य, गन्तव्य, विकास का चरमोत्कर्ष।
- गति का गंतव्य = गुणात्मक विकास का परम बिंदु, सत्य, धर्म, निर्भयता, न्याय, नियम, जीवन तृप्ति और उसकी निरंतरता।