संवेदना (samvedana)
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- Paribhashas:
- सच्चाई, विकास व जागृति के प्रति वेदना अर्थात् अपेक्षा (जिज्ञासा )।
- जाना हुआ को मानने के लिए, पहचाना हुआ को निर्वाह करने के लिए स्वयं स्फूर्त जीवन सहज प्रक्रिया।
- अव्यवस्था के प्रति दुखित होना और उस समस्या को दूर करने के लिए तत्काल तैयार होना।
- शब्द, स्पर्श, रूप, रस, गंधेन्द्रियों का प्रभाव।
- सभी ज्ञानेन्द्रियों द्वारा बाह्य संकेतो को ग्रहण करने की क्रिया।
- स्वयं के लिए जो घटनाएँ वेदना के कारण है; वे ही दूसरों के लिए भी हैं, ऐसी स्वीकृति क्षमता।
- विकास व जागृति के प्रति तत्परता।
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