सुरक्षा (suraksha)
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- Paribhashas:
- अखण्ड समाज गति में सभी अवस्थाएं परम्परा के रूप में सन्तुलित होना, रहना।
- मानवीय स्वत्व, स्वतंत्रता, अधिकार की अक्षुण्णता।
- तन, मन, धन रूपी अर्थ से अन्य का विकास, पोषण, संरक्षण होना तथा विपन्नता, कष्ट, दुख, दरिद्रता को दूर करने के लिए सहायता करना।