सार्वभौमता (sarvabhaumta)
- Page No: 198
- Paribhashas:
- संपूर्ण धरती पर मानव परम्परा में स्वीकृत सार्थक संतुलित न्यायपूर्ण व्यवस्था। परस्पर न्याय समाधानपूर्ण विधि सहज स्वीकृत और प्रमाण; मानव परम्परा में अखण्ड समाज स्वीकृति सहित सार्वभौम व्यवस्था का प्रमाण, समाज न्याय सहित परिवार मूलक दश सोपानीय स्वराज्य व्यवस्था। धरती में सभी स्वीकारने योग्य आवश्यक सन्तुलन के अर्थ में।