सत्ता (satta)
- Page No: 183
- Paribhashas:
- व्यापक वस्तु नित्य वर्तमान।
- स्थिति पूर्ण ऊर्जा, मध्यस्थ ऊर्जा, ज्ञान रूपी ऊर्जा, साम्य ऊर्जा।
- अस्तित्व पूर्ण व्यापक ऊर्जा, निरपेक्ष ऊर्जा, गति-दबाव विहीन परम प्रभावी ऊर्जा। जिसका नामकरण सत्य, ज्ञान, ईश्वर, परमात्मा, शून्य आदि है।
- तीनों काल में एक सा विद्यमान, भासमान, बोधगम्य, आनंदरूपी ऊर्जा।
- सहअस्तित्व में सम्पूर्ण तत्वों में, से, के लिए प्राप्त ऊर्जा। प्रत्येक भाव में, से, के लिए नियंत्रण रूपी संरक्षण ऊर्जा।