व्यवस्था (vyavastha)
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- Paribhashas:
- मानवत्व सहित वर्तमान परंपरा, वर्तमान में स्थिरता निश्चयता निरंतरता, सार्वभौम व्यवस्था परिवार मूलक दश सोपानीय व्यवस्था में भागीदारी, वर्तमान में विश्वास।
- मानवीय आचरण, संस्कृति एवं सभ्यता पूर्ण व्यवहार परंपरा वर्तमान में होना रहना।
- विधि के आशय को कार्यरूप में प्रदान करने हेतु प्रस्तुत परम्परा ही व्यवस्था है।
- व्यवहार गति में स्थायित्व, निरंतरता और वर्तमान में विश्वास।