विकिरणीयता (vikiraniyata)
- Page No: 168
- Paribhashas:
- अजीर्ण परमाणु अपने गठन में समाहित कुछ अंशो को बहिर्गत करने के प्रयास में रहते हैं ऐसे परमाणु विकिरणीय वैभव से सम्पन्न रहते हैं।
- अजीर्ण परमाणुओं में मध्याशों की ओर ताप का अन्त: नियोजन होता है। इसी क्रम में विद्युत भी बना रहता है। यही दोनों प्रक्रिया के फलस्वरूप विकिरणीयता प्रकट रहती है।