मानवत्व पूर्ण मानव पंरपरा (manavatva purn manav parampara)
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- Paribhashas:
- मानवीयता अर्थात् विकसित चेतना पूर्ण शिक्षा संस्कार, राज्य व्यवस्था, संविधान व आचरण में सामरस्यता पूर्ण अविभाज्य वर्तमान।
- मानवीय संस्कृति, सभ्यता, विधि, व्यवस्था का अविभाज्य वर्तमान क्रिया।
- द़ृष्टा (मानव) द़ृश्य (मानव सहित सम्पूर्ण अस्तित्व) दर्शन (जागृति पूर्ण अनुभव बल, विचार शैली, जीने की कला)।