अन्तर्यामी (antaryami)
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- Paribhashas:
- पारगामीयता और व्यापकता सहज महिमा।
- अन्तर्यामी में अनुभूति से अभिमान समाप्त होता है। अभिमान भ्रम का ही अंश है। अंर्तयामी का बोध मात्र से ही अनंत संसार को एक परिवार के रूप में आत्मीयता (अनन्यता) पूर्वक स्वीकारता है