ब्रह्म (brahm)
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- Paribhashas:
- व्यापक, साम्य सत्ता, साम्य ऊर्जा, सत्य, आकाश, शून्य, ज्ञान, ज्योति, लोकेश, चेतना।
- जड़ चैतन्य में पारगामी, पारदर्शी। क्रिया समूह का आधार है।
- ब्रह्म व्यापक और स्थिर है, इसमें कोई तरंग, कंपन, गति नहीं है।