प्रारब्ध (prarabdh)
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- Paribhashas:
- पहले से प्राप्त मानवीय संस्कार मानवीयतापूर्ण आचरण में प्रवृत्ति।
- जो जितना जान पाता है उतना चाह नहीं पाता, जो जितना चाह पाता है उतना कर नहीं पाता, जो जितना कर पाता है उतना भोग नहीं पाता, और जो भोगने से शेष रह जाता है वह प्रारब्ध है।