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प्राप्त (prapt)
Page No:
131
Paribhashas:
सत्ता सबको सर्वदा सर्वत्र एक सा प्राप्त है। प्राप्त की अनुभूति व प्राप्य का सान्निध्य प्रसिद्ध है।
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