प्रभावी सूत्र (prabhavi sutra)
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- Paribhashas:
- पदार्थावस्था से प्राणावस्था, प्राणावस्था से जीवावस्था, जीवावस्था से ज्ञानावस्था, ज्ञानावस्था में ही जागृति एवं द़ृष्टापद (जागृति) प्रतिष्ठा लोकव्यापीकरण होना प्रमाणित है, वर्तमानित है। हर व्यक्ति निरीक्षण, परिक्षण पूर्वक स्वयं समझ सकते हैं। समझदारीपूर्ण मानव परंपरा अखण्डता सार्वभौम परिवार मूलक स्वराज्य व्यवस्था सहज रूप में होना आवश्यक है।