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प्रतित्वरण (pratitvaran)
Page No:
121
Paribhashas:
त्वरण पूर्वक किसी ऊँचाई में पहुँचने के उपरान्त त्वरण शून्य होना एवम् उसी बिन्दु से प्रतित्वरण आरंभ होना, जिस दबाव से चला था उतना और स्वमात्रा से अधिक होना प्रमाणित है।
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