पीढ़ी से पीढ़ी जागृति सहज प्रमाणित होना, प्रामाणिकता धारक-वाहक परम्परा, पीढ़ी से पीढ़ी के रूप में प्रमाण।
परिणाम परिवर्तन परिमार्जन जागृति सहित यथास्थिति परम्परा। यथा परिणाम परंपरा भौतिक-रासायनिक संसार में, बीज परम्परा वनस्पति संसार में, वंश परम्परा जीव संसार में, ज्ञान परम्परा मानव संसार में व्यवस्था न्याय, समाधान के अर्थ में स्पष्ट।
परमता को पाने योग्य संस्कार प्रक्रिया की निरंतरता।
पदानुसार अथवा विकास क्रम में अवस्थानुसार अपने “त्व” सहित व्यवस्था की अभिव्यक्ति और उसकी निरंतरता रूपी विधि प्रक्रिया। जैसे-पदार्थावस्था में परिणामानुषंगीय “त्व” सहित व्यवस्था प्रक्रिया। प्राणावस्था में बीजानुषंगीय “त्व” सहित व्यवस्था प्रक्रिया। जीवावस्था में वंशानुषंगीय “त्व” सहित व्यवस्था प्रक्रिया। ज्ञानावस्था में संस्कारानुषंगीय “त्व” सहित व्यवस्था प्रक्रिया।