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परम पुरुषार्थ (param purusharth)
Page No:
106
Paribhashas:
व्यापकता में अनुभूति योग्य क्षमता, योग्यता एवं पात्रता का उपार्जन ही परम पुरुषार्थ है। यही जागृति है।
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