MD Books-JVIDYA
search
Books
Events
Dictionary
Import Book
ध्यान (dhyan)
Page No:
95
Paribhashas:
समझने के लिए ध्यान और समझ के अनंतर प्रमाणित करने में स्वभाविक ध्यान है।
समझने के लिये मन, बुद्धि को केन्द्रित करना।
Edit
Back to List