अनुप्राण (anupran)
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- Paribhashas:
- अनुकरणीय प्रेरणा।
- सहअस्तित्व में विकास क्रम, विकास, जागृतिक्रम, जागृति सहज निरंतरता में परस्परता परस्पर प्रेरणा है।
- सह अस्तित्व में ही चारों अवस्थायें व पद अनुपातीय विधि से वर्तमान और उपयोगिता पूरकता विधि से प्रेरकता व प्रेरित होने का प्रमाण परम्परा।