दर्शक (darshak)
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- Paribhashas:
- अस्तित्व में संपूर्ण वस्तु नित्य वर्तमान समझने वाला।
- द़ृश्य समाने वाली द़ृष्टि का धारक-वाहक।
- द़ृष्टियों द्वारा द़ृश्य को जानने मानने वाले मनुष्य।
- अध्ययन विधि में मनुष्य में पाये जाने वाले तुलन प्रकाश में नियम, चिंतन (साक्षात्कार) प्रकाश में न्याय, अवधारणा बोध प्रकाश में धर्म (समाधान) और अनुभव प्रकाश में सत्य स्पष्ट होने की क्रिया।