अर्थशास्त्र

by A Nagraj

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स्थानीय सर्वेक्षण के आधार पर जिसका विस्तृत विवरण सर्वेक्षण प्रक्रिया के अंतर्गत दिया जा चुका है, उत्पादन समिति प्रत्येक व्यक्ति को, उसकी वर्तमान अर्हता के आधार पर कोई उत्पादन कार्य करने की सलाह देगी व उनके लिए उस व्यक्ति को आवश्यक प्रशिक्षण व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। जो भी उत्पादन कार्य होना है वह मानव की सामान्य आकांक्षा (आवास, आहार, अलंकार) व महत्वाकांक्षा (दूरगमन, दूरदर्शन, दूरश्रवण) संबंधी आवश्यकताओं पर आधारित होगा।

“उत्पादन कार्य सलाहकार समिति” ग्राम सभा के सहयोग से गाँव की सामान्य सुविधाओं को स्थापित करने में सहयोग देगी व आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराएगी। पर्यावरण सुरक्षा व पर्यावरण के साथ एक सूत्रता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। प्रदूषण फैलाने संबंधी कोई भी उत्पादन कार्य नहीं किया जायेगा।

ग्राम के कुछ आयाम निम्नानुसार होंगे।

1. कृषि

2. पशु-पालन

3. वन व वनोपज

4. खनिज

5. हस्त शिल्प

6. ग्राम शिल्प

7. कुटीर उद्योग

8. ग्रामोद्योग

9. सेवा

कृषि :-

वर्तमान स्थिति में ग्राम की कृषि उपज, फसलों की किस्में प्रकार, तादाद, कृषि में व्यस्त धन-बल, कृषि भूमि, पड़ती भूमि, कृषि संभावित भूमि, सिंचाई, उर्वरक, व्यवस्था, पशुपालन व्यवस्था आदि के आधार पर “उत्पादन-कार्य सलाहकार समिति” ग्राम सभा